विदेशी तरीके से करे मटर की उत्तम खेती, कम बजट में कमाओगे लाखो ,जाने खेती करने का जापानी तरीका नमस्कार किसान भाइयों आज हम आपके लिए एक बहुत ही शानदार खबर लेकर आए हैं अगर आप मटर की खेती करने के बारे में सोच रहे हैं और आप अगर मटर की खेती करते हैं तो आप वही सिंपल तरीके से करते होंगे पर आज हम आपको जापानी तरीके से उसकी खेती करना सिखाने वाले हैं इससे आपको ज्यादा मुनाफा प्राप्त होने वाला है आपको बता दे की हजारीबाग के कतलगढ़ प्रचंड के दुर्दशा गांव आगरा में रहने वाले किसान संजीव कुमार का कहना है कि एक एकड़ में जापानी बीच और तरीके से मटर की खेती करने से उन्हें 2 से 2.2 कट्ठा के 10 पोली हाउस में की गई है जिससे उन्हें बहुत ही ज्यादा मुनाफा प्राप्त हुआ है
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संजीव कुमार का कहना है कि सरकारी योजना के तहत या पॉलीहाउस लगाए गए थे किस संजू बताते हैं कि कई सालों में खेती कर रहे हैं लेकिन उनके खेत में मुख्य रूप से धान गेहूं आलू और कुछ की तरह सब्जी या उगाई जाती है जिससे बहुत कम पैदावार होती है कितने उगाई जाने वाली फसल सिर्फ परिवार के इस्तेमाल के लिए ही काफी थी इस वजह से उन्होंने खेती में नए तरीका का प्रयोग किया उन्हें उन्हें जापानी तरकीब को अपनाया जिससे उन्हें बहुत ही ज्यादा मुनाफा प्राप्त होने लगा है
विदेशी तरीके से करे मटर की उत्तम खेती, कम बजट में कमाओगे लाखो ,जाने खेती करने का जापानी तरीका
आपकी जानकारी के लिए हम आपको बता दे कि संजीव कुमार एक साधारण किसान है जिन्होंने खेती करने के नए तरीके को अपनाया है यह मटर की खेती का जापानी तरीका है इसमें भारत जापान के संयुक्त मटर के बीच लगाए गए थे यह बिजनेस नर्सरी से तैयार किए वाले हैं उन्हें तैयार हुए मटर पौधे में पोली हाउस के अंदर व्यवस्थित तरीके से लगाया गया पत्र की बुवाई सितंबर महीने में की और एक एकड़ में 2.5 किलो बीज लगे ₹1200 है संजीव कुमार ने कहा कि इससे उन्हें बहुत ही ज्यादा मुनाफा प्राप्त हुआ है
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प्राप्त जानकारी के मुताबिक हम आपको बता दें कि भारतीय बीज और कृषि पद्धति में मटर के पौधे दो बार फसल प्राप्त होती है वहीं अब अगर आप जापानी तरीके से इसकी खेती करते हैं तो 7 से 8 बार तक फसल होती है इसमें फलियां की संख्या भी बहुत ज्यादा होती है और यह खाने में भारतीय बीजों से ज्यादा मीठे होते हैं यह 5 से 10 किलो प्रति किलो के हिसाब से बेचा जाता है अब तक रोज 2000 किलो से ज्यादा मात्रा की पुराई हो चुकी है वहीं इस मोटर को 30 से 60 रुपए प्रति किलो के हिसाब से बेचा गया उन्होंने बताया कि जब से वह मटर लग रहे हैं तब से उन्होंने आखिर तक पढ़ाई की है उम्मीद है कि 100 से 500 किलो और मटर की चौड़ाई होने वाली है उनका कहना है कि इससे उन्हें बहुत ही ज्यादा मुनाफा प्राप्त हुआ है कि यह जापानी तकनीक मटर की खेती के लिए बहुत ही फायदेमंद तकनीक है।