खुशुदार और सुगंधित रजनीगंधा की इस प्रकार करे खेती, प्राप्त होगा भरपूर मुनाफा नमस्कार दोस्तों अगर आपको बहुत ही अच्छी खेती करना है तो आज हम आपके लिए बहुत ही शानदार खबर लेकर आ चुके हैं अगर आप रजनीगंधा की खेती करते हैं तो आपको बहुत ही ज्यादा मुनाफा प्राप्त होने वाला है क्योंकि यह कई औषधि गुना में गिर जाता है और इसकी खेती करके कई लोग बहुत ही अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं भारत में इसकी खेती पश्चिम बंगाल कर्नाटक तमिलनाडु मध्य प्रदेश उत्तर प्रदेश महाराष्ट्र सहित पूरे भारत में की जाती है आपकी जानकारी के लिए बता दे कि इस खबर में हम आपको इसकी खेती के बारे में पूरी जानकारी देने वाले हैं रजनीगंधा की उत्पत्ति मेक्सिको देश में हुई है
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आपको बता दी कि यह बहुत ही सुगंधित और मनमोहन फूल है जिसकी वजह से लोग इसकी और ज्यादा आकृति होते हैं हम आपको बता दे कि इसका उपयोग कई जगह में किया जाता है और सजावट माला आदि में भी इसका बहुत ही ज्यादा उपयोग किया जाता है इसके फूलों से अच्छी और शुद्ध किस्म के 0.08 से 0.135% तेल भी प्राप्त किया जाता है जिसकी इंडियन मार्केट में काफी ज्यादा डिमांड है और भारतीय बाजार में इसे खूब ज्यादा लोग पसंद करते हैं
खुशुदार और सुगंधित रजनीगंधा की इस प्रकार करे खेती, प्राप्त होगा भरपूर मुनाफा
चलिए अब जानते हैं कि रजनीकांत किस प्रकार दिखता है और इस यह कैसा होता है आपको बता दे की रजनीगंधा के पौधे 60 से 120 सेंटीमीटर लंबे होते हैं जिनमें 6 से 9 पत्तियां जिनकी लंबाई 30 से 45 सेंटीमीटर और चौड़ाई एक दशमलव 3 सेंटीमीटर होती है पत्तियां चमकीली हरी होती है तथा पृथ्वी के नीचे लाल बिंदिया होती है फुल लाउडस्पीकर के चुंगी के आकार के एक हर तथा दो हर सफेद रंगों में होते हैं अगर आपको इसकी खेती करना है तो इससे पहचाना आपके लिए बहुत ही आवश्यक होगा आपको बता दे कि इस तरह आप इसे पहचान सकते हैं
अगर आप इसकी खेती करने के बारे में सोच रहे हैं तो इसकी कुछ खास किस्मत के बारे में हम आपको जानकारी दे देते हैं आपकी जानकारी के लिए बता दे कि इसकी कुछ उन्नत और खास किस्म है जिसकी खेती करके आप बहुत अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं उनकी उन्नत किस मुंह में रजत रेखा श्रीनगर सुभाषिनी प्रज्वल वैक्सीन सिंगल है यह रजनीगंधा की एक हरी किस्म है इसके अलावा दोहरी किस्म में कोलकाता डबल स्वर्ण रेखा पर आदि है